लंढौर बाजार से लगे जोड़ी गांव क्षेत्र में पिछले कई दिनों से बाघ दहशत के कारण ग्राम वासियों का आना-जाना मुश्किल हो गया था और लोग दहशत के साए में जी रहे थे बाघ देखे जाने के कारण लोगों को अकेले आने जाने में परेशानी हो रही थी जिसके कारण ग्रामीणों द्वारा वन विभाग को इसकी सूचना दी गई मसूरी वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच कर बाघ का रेस्कयू किया व पकड़ लिया जिससे ग्रामीणों व मसूरी लंढौर क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली।
विगत दिनों से खटटा पानी रोड पर बाघ के देखे जाने से लोगों में भय का वातावरण बना था व गत रात्रि को भी रोड पर दिखा, जिसकी सूचना वन विभाग को दी व वन विभााग लगातार निगरानी कर रहा था व आज सुबह लंढौर से लगे क्षेत्र में बाघ दिखने की सूचना मिली जिस पर विभाग की टीम द्वारा आवश्यक उपकरण देकर घटनास्थल पर पहुंचे व लगभग 2 घंटे की मशक्कत के बाद वन विभाग के कर्मचारियों ने ग्रामीणों की मदद से बाघ को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया जिससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। बताया जा रहा है कि पूर्व में यहां पर पहले कभी बाघ नहीं देखा गया था बताया जा रहा है कि बाघ के और भी साथी यहां पर मौजूद हो सकते हैं जिसको लेकर वन विभाग द्वारा लोगों को सतर्क रहने की बात कही गई है वहीं क्षेत्र वासियो में अभी भी दहशत का माहौल है। वन विभाग द्वारा चिकित्सा परीक्षण के लिए पकड़े गये बाघ को चिड़ियापुर ले जाया जा रहा है इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। ग्राम प्रधान तुनेटा सुनील रौछेला ने बताया कि बाघ देखे जाने के कारण ग्राम वीसियो में दहशत का माहौल था और रात के समय आने-जाने में परेशानी हो रही थी व बाघ पकड़ने के बाद राहत की सांस ली। उन्होंने बाघ पकडे जाने पर ग्राम वासियों की ओर से मसूरी वन विभाग का आभार व्यक्त किया। वन विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि बाघ की उम्र लगभग 1 वर्ष के करीब है।