मसूरी एक कार्यक्रम में आये प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ रावत ने उत्तराखंड में भ्रष्टाचार पर तंज कसा व कहा कि उत्तर प्रदेश में जब थे तब कार्य आसानी से हो जाते थे व राज्य बनने के बाद लोगों को सचिवालय के चक्कर काटने को मजबूर होना पड़ रहा है वहीं कहाकि पंचायत चुनावों में क्या हुआ सभी जानते हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसे उत्तराखंड की परिकल्पना नहीं की थी। उन्होंने कहा कि अभी राज्य में बहुत करना बाकी है, अपनी पहचान बने, हमारी संस्कृति, कानून व्यव्स्था यह भाव था इस दिशा में लगातार आगे बढ रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के प्रति जो दर्द व पीड़ा अधिकारियों में होनी चाहिए वह नजर नहीं आ रही। वह समय पर कार्य नहीं कर रहे। उन्होंने कहाकि नेता, अधिकारी कर्मचारी सभी को उत्तराखंड के विकास के लिए कार्य करने चाहिए, नेता व अधिकारी अच्छे भी है व बुरे भी हैं। उन्होंने हरक सिंह के खनन के बयान पर कहाकि वह कब क्या कह दें सभी जानते हैं, यह नहीं कह सकता, वह कब क्या कह दें कब उसका खंडन कर दें पता नहीं। उन्होंने कहा कि कभी भी कांग्रेस ने नहीं चाहा राज्य बने उन्होंने आंदोलन में लाठिंयां बरसाई तब नंरसिंहाराव प्रधानमंत्री थे। राज्य अटल बिहारी बाजपेई ने बनाया व विशेष राज्य का दर्जा दिया। उन्होंने आगामी 2027 चुनाव के बारे में कहा कि भाजपा हमेशा चुनाव के लिए तैयार रहती है संगठन देश, प्रदेश व समाज हित में कार्य करता रहता है जबकि अन्य पार्टियां केवल चुनाव में आती है, भाजपा कार्यकर्ता आधारित पार्टी है व 27 में फिर सत्ता में आयेगी। धराली सहित राज्य की आपदा पर उन्होंने कहा कि सरकार हर संभव प्रयास कर रही है, जब केदारनाथ की आपदा आयी थी तब कांग्रेस ने क्या किया सभी जानते है तब गुजरात के मुख्यमंत्री रहते नरेंद्र मोदी ने तीन दिन तक उत्तराख्ंाड में रहकर लोगों को बचाने का कार्य किया। आज भी जब भी आपदा आती है वह तत्काल संज्ञान लेते हैं व काम करते हैं