मसूरी। उत्तराखंड के गांधी इंद्रमणि बडोनी की 25वीं पुण्य तिथि पर इंद्रमणि बडोनी स्मृति मंच के तत्वाधाम में मालरोड स्थित उनकी प्रतिमा पर इंद्रमणि बडोनी अमर रहे के नारों के साथ पुष्पाजंलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गयी व उत्तराखंड राज्य निर्माण व उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत को आगे बढाने में उनके योगदान को याद किया गया।
मालरोड इंद्रमणि बडोनी चौक पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यंक्रम में बोलते हुए इंद्रमणि बडोनी के गांव से आये इंद्रमणि बडोनी स्मृति मंच के अध्यक्ष रमेश उनियाल ने कहा कि अगर इंद्रमणि बडोनी न होते तो उत्तराखंड राज्य नहीं बनता। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवाड़ी ने पहली बार देहरादून में उनकी प्रतिमा लगायी व उसके बाद मंच ने बडोनी जी के गांव अखोड़ी में उनकी प्रतिमा स्थापित की। उन्होंने कहा कि इस संबंध मंे तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत से मिले व बडोनी को लोक संस्कृति के नायक के रूप में सम्मान दे ंतो उन्होंने 24 दिसंबर को पूरे उत्तराख्ंाड में लोक संस्कृति दिवस मनाया जाने लगा व उत्तराख्ंाड के 54 हजार स्कूलों में इस दिवस को मनाया जा रहा है व वे उस समय से अमर हो गये जबकि उससे पहले दो प्रदेश सरकारों ने उनके नाम पर कुछ नहीं किया। उसका शासना देश 16नवंबर 2016 को हुआ था। इस मौके पर मंच के सचिव प्रदीप भंडारी ने कहा कि बडोनी की 25वीं पुण्य तिथि है वह केवल उत्तराखंड के नहीं पूरे देश में उनका नाम है। उन्होंने कहा कि उन्होंने राज्य निर्माण में अहम भूमिका निभाई लेकिन आज उनके बताये मार्ग पर चलने की जरूरत है, अगर उनके बताये मार्ग पर चलते तो अंकिता भंडारी जैसे कांड, बेताल घाट का गोलीकांड व अपहरण नहीं होते। उनके आदर्शो को अपनाना होगा। उन्होंने नगर पालिका के जनप्रतिनिधियों की जो उनकी पुण्य तिथि पर नहीं आये उनकी निंदा करते हैं। वहीं तय किया गया कि इंद्रमणि बडोनी की जन्म जयंती पर बडे स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा जिसके लिए 15 सिंतंबर को एक बैठक का आयोजन किया जायेगा। इस मौके पर बंगाली स्वीट शॉप की ओर से प्रसाद वितरित किया गया। इस मौके पर मंच के अध्यक्ष पूरण जुयाल, भाजपा मंडल अध्यक्ष रजत अग्रवाल, शहर कांग्रेस अध्यक्ष अमित गुुप्ता, मजदूर संघ अध्यक्ष रणजीत चौहान मंत्री संजय टम्टा, आरपी बडोनी, नागेद्र उनियाल, पूर्व सभासद कुलदीप रावत, दर्शन रावत, खुर्शीद अहमद, राधाकृष्ण मंदिर समिति के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल, सचिव सुरेश गोयल, उज्जवल नेगी, देवी गोदियाल, श्रीपति कंडारी, कमलेश भंडारी, लक्ष्मी उनियाल, सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।