मसूरी एक कार्यक्रम में आये उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी परिषद के उपाध्यक्ष सुभाष बड़थ्वाल ने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों की समस्याओं पर पूरी ताकत से कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गृह सचिव के साथ बैठक कर 14 बिंदुओं पर चर्चा की जो अलग अलग किस्म की समस्याओं से जुड़ी है जिसमें चार से पांच बिंदुओं पर निर्देश जारी करवाया है, वहीं चिन्हीकरण, डबल पेंशन, सरकारी क्षेत्र में कार्य कर रहे आंदोलनकारियों के बच्चो को आश्रित बनाये जाने पर कार्य किया जा रहा है मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया है व इस पर मुख्यमंत्री शीघ्र बैठक करेंगे। वहीं कहा कि परिषद की सर्वोच्च प्राथमिकता राज्य आंदोलनकारियो को आर्थिक, मानसिक व भौतिक रूप से सशक्त करना उददेश्य व लक्ष्य है जिसे जरूर पूरा करने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि खटीमा व मसूरी कांड के समय मुख्यमंत्री के साथ आयेंगे उम्मीद है कि इस मौके पर कुछ न कुछ अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि रामपुर तिराहा, देहरादून शहीद स्थल, व खटीमा का एक कोरिडोर बनाकर किसी संस्था को सुपुर्द किया जाय तथा वहां पर दो दो कर्मचारी नियुक्त किए जाय। इस संबंध में मुख्यमंत्री से बात हुई है। उन्होंने मसूरी शहीद स्थल पर कहा कि वह संस्कृति विभाग से वार्ता करेंगे कि मसूरी में अभी तक कार्य पूरा क्यों नहीं हुआ। उन्हांेने कहा कि उत्तराखंड राज्य निर्माण में जो त्याग, तपस्या, बलिदान यह नेताओं का करिश्मा नहीं है इसमें लोगों ने प्राणों को त्यागा है उत्पीड़न सहा है, घर बार छोड़ कर सरकार को झुकने पर मजबूर किया वह सभी सम्मान के हकदार व आर्थिक सुरक्षा के अधिकारी है, इस पर लगातार प्रयास कर रहे है व आने वाले में इसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। वहीं चिन्हीकरण की प्रक्रिया खुलनी चाहिए इसका प्रयास है चाहे थोड़े ही समय खुले। वहीं दूसरी ओर भाजपा मसूरी मंडल की ओर से मसूरी पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, राज्य आंदोलनकारी परिषद के उपाध्यक्ष सुभाष बड़थ्वाल व मेयर सौरभ थपलियाल का माल्यार्पण व शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया। इस मौके पर भाजपा मंडल अध्यक्ष रजत अग्रवाल पूर्व अध्यक्ष मोहन पेटवाल, उपाध्यक्ष अरविंद सेमवाल, पूर्व महामंत्री कुशाल राणा, विजय बिंदवाल, गुडमोहन राणा आदि मौजूद रहे।